ॐ जय लव कुश देवा आरती लिरिक्स | om jai luv kush deva aarti lyrics

ॐ जय लव कुश देवा, ॐ जय लव कुश देवा, आरती भगत उतारें, संत करें सेवा।। तर्ज – ॐ जय जगदीश हरे। श्रावण मास की पूनम, लव कुश जनम लिये, सकल देव हर्षाये, ऋषि मुनि धन्य किये।। वाल्मीकि जी के मढ़ में, बचपन बीत गया, अस्त्र शस्त्र की शिक्षा, चित आनंद भया।। अपने प्रिय गुरुजन … Read more

जय गणेश पाहिमाम श्री गणेश रक्षा स्त्रोतम लिरिक्स | jay ganesh pahimam lyrics in hindi

जय गणेश पाहिमाम, जय गणेश जय गणेश जय गणेश पाहिमाम, जय गणेश जय गणेश जय गणेश रक्षमाम।। मुदाकरात्तमोदकं सदा विमुक्तिसाधकं, कलाधरावतंसकं विलासिलोकरक्षकम्। अनायकैकनायकं विनाशितेभदैत्यकं, नताशुभाशुनाशकं नमामि तं विनायकम्।।१।। नतेतरातिभीकरं नवोदितार्कभास्वरं, नमत्सुरारिनिर्जरं नताधिकापदुद्धरम्। सुरेश्वरं निधीश्वरं गजेश्वरं गणेश्वरं, महेश्वरं तमाश्रये परात्परं निरन्तरम्।।२।। समस्तलोकशंकरं निरस्तदैत्यकुञ्जरं, दरेतरोदरं वरं वरेभवक्त्रमक्षरम्, कृपाकरं क्षमाकरं मुदाकरं यशस्करं, मनस्करं नमस्कृतां नमस्करोमि भास्वरम्।।३।। अकिंचनार्तिमार्जनं चिरन्तनोक्तिभाजनं, … Read more

आरती श्री हरि घट घट वासी श्री सच्चिदानंद सुखराशि लिरिक्स | aarti shri hari ghat ghat vasi lyrics

आरती श्री हरि घट घट वासी, श्री सच्चिदानंद सुखराशि।। पुरुषोत्तम नारायण स्वामी, करुणानिधि प्रभु अंतरयामी, कमलापति श्री विष्णु नमामि, मंगलमय बैकुंठ निवासी।।१।। आरती श्री हर घट घट वासी, श्री सच्चिदानंद सुखराशि।। आरती राघव राम जानकी, लखन भरत श्री हनुमान की, लंकापति कपि पति सुजानकी, रिपुसूदन अंगद बलराशि।।२।। आरती श्री हर घट घट वासी, श्री सच्चिदानंद … Read more

आरती दीनदयाल साहेब आरती हो कबीर साहेब आरती लिरिक्स | kabir saheb ki aarti lyrics in hindi

आरती दीनदयाल, साहेब आरती हो, आरती गरीब नवाज, साहेब आरती हो।। ज्ञान आधार विवेक की बाती, सुरति जोत जहाँ जात, साहेब आरती हो, आरती दीन दयाल, साहेब आरती हो।। आरती करूँ सतगुरु साहेब की, जहां सब सन्त समाज, साहेब आरती हो, आरती दीन दयाल, साहेब आरती हो।। दर्श परश मन अति आनंद भयो हैं, छूट … Read more

नमो नमो दुर्गे सुख करनी दुर्गा चालीसा हिंदी लिरिक्स | durga chalisa lyrics in hindi

नमो नमो दुर्गे सुख करनी, नमो नमो अम्बे दुखहरनी।। निरंकार है ज्योति तुम्हारी, तिहूँ लोक फैली उजियारी।। शशि लिलाट मुख महाविशाला, नेत्र लाल भृकुटी विकराला।। रूप मातु को अधिक सुहावे, दरश करत जन अति सुखपावे।। तुम संसार शक्ति लय कीना, पालन हेतु अन्न धन दीना।। अन्नपूर्णा हुई जगत पाला, तुम ही आदि सुन्दरी बाला।। प्रलयकाल … Read more

आरती पवन दुलारे की भक्त भय तारणहारे की लिरिक्स | aarti pawan dulare ki lyrics

आरती पवन दुलारे की, भक्त भय तारणहारे की।। तर्ज – आरती कुञ्ज बिहारी की। दोऊ कर चरण शीश नाऊँ, दास प्रभु तुम्हरो कहलाऊँ, जो आज्ञा तुम्हरी मैं पाऊँ, प्रेम से राम चरित गाऊँ, पार मेरा बेड़ा कर दीजो, शीश चरणों में रख लीजो, श्रष्टि सब करण, जाऊं बलि चरण, लाज रख लीजो भक्तन की, आरती … Read more

रिमझिम उतारू थारी आरती रामदेवजी आरती लिरिक्स | baba rimjhim utaru thari aarti ramdevji aarti lyrics

रिमझिम उतारू थारी आरती, दोहा – लीलो घोडो नवलखो, मोत्या जडी लगाम, घोडे चढिया रामदेव, रूनीचा रो श्याम। ओ बाबा राम रणुजे वाला, गल बीच मोतीयन की माला, हाथ लिए हो भाला, रिमझिम उतारू थारी आरती, ओ बाबा रिमझिम उतारू थारी आरती।। घिरत मिठाई थारे चढे चूरमा, धूपा री महकार पडे, वीणा रे तन्दुरा थारे … Read more

महिषासुरमर्दिनी स्तोत्रम अयि गिरिनन्दिनि हिंदी लिरिक्स | aigiri nandini lyrics in hindi

महिषासुरमर्दिनी स्तोत्रम, अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते, गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते। भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते, जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ।।१।। सुरवर वर्षिणि दुर्धर धर्षिणि दुर्मुख मर्षिणि हर्षरते, त्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि किल्बिष मोषिणि घोषरते। दनुजनिरोषिणि दितिसुतरोषिणि दुर्मदशोषिणि सिन्धुसुते, जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ।।२।। अयि जगदम्ब मदम्ब कदम्ब वनप्रिय वासिनि हासरते, शिखरि शिरोमणि तुङ्गहिमालय … Read more

ओम जय क्षिप्रा मैया आरती लिरिक्स | om jai shipra maiya aarti lyrics

ओम जय क्षिप्रा मैया, श्लोक – ओम पय:स्वतीय विद्महे,उत्तर वाहिनी धीमहि,तन्नो मां क्षिप्रा प्रचोदयात्। ओम जय क्षिप्रा मैया,मैया जय क्षिप्रा मैया,तुम हो मोक्ष प्रदायिनी,पय:स्वती मैया,ॐ जय क्षिप्रा मैया।। जिस पर कृपा तुम्हारी,आनंद वही पाता,भक्ति इसी जगत में,वो नर पा जाता,ॐ जय क्षिप्रा मैया।। जो जन पितरो का तर्पण,तेरे तट करता,पितृ वही सहज में,मुक्ति को पाता,ॐ … Read more

तेरी कृपा सबको भव से तारती श्री राम आरती | teri kripa sabko bhav se taarti

तेरी कृपा सबको,भव से तारती,शरण मिली राघव की,गाऊं आरती।। तर्ज – मन में बसाकर तेरी मूर्ति। दया करो कृपा करो,भक्ति दो भगवन,टुटते विश्वास को,शक्ति दो भगवन,डोर ये‌ मेरी तेरे हाथ है,जिंदगी सदा ही तेरी,शरण चाहती,तेरी कृपा सबकों,भव से तारती,शरण मिली राघव की,गाऊं आरती।। रामचरित मानस वो,ग्रंथ है भगवन,सुना जिसने जीवन को,कर लिया पावन,सुन लेते आप,सबके … Read more