ॐ जय लव कुश देवा आरती लिरिक्स | om jai luv kush deva aarti lyrics
ॐ जय लव कुश देवा, ॐ जय लव कुश देवा, आरती भगत उतारें, संत करें सेवा।। तर्ज – ॐ जय जगदीश हरे। श्रावण मास की पूनम, लव कुश जनम लिये, सकल देव हर्षाये, ऋषि मुनि धन्य किये।। वाल्मीकि जी के मढ़ में, बचपन बीत गया, अस्त्र शस्त्र की शिक्षा, चित आनंद भया।। अपने प्रिय गुरुजन … Read more