ॐ जय श्री ओम बन्ना आरती लिरिक्स | om jai shri om banna aarti lyrics

ॐ जय श्री ओम बन्ना,ॐ जय श्री ओंम बन्ना,आरती री वेला पधारो,आरती री वेला पधारो,भक्त उडिके बाटा,ॐ जय श्री ओंम बन्ना।। पातावत राठौडी कुल में,आप लिया जामा,ओ बन्ना आप लिया जामा,होया भोमिया जुग मे,होया भोमिया जुग मे,धिन राठौडी राजा,ॐ जय श्री ओंम बन्ना।। बुलट सवारी सोवे,पूरे सब काजा,ओ बन्ना पूरे सब काजा,ओम बन्ना ने सिवरे,ओम … Read more

अधरधर मुरली बजैया की आरती कृष्ण कन्हैया की लिरिक्स | adhar dhar murli bajaiya ki aarti krishna kanhaiya ki lyrics

अधरधर मुरली बजैया की,आरती कृष्ण कन्हैया की।। कृष्ण तुम मथुरा जन्म लियो,नन्द घर मंगलाचार कियो,यशोदा गोद खिलैया की,आरती कृष्ण कन्हैया की।। कृष्ण तुम यशोदा के छैया,श्याम बलदाऊ के भैया,वन वन धेनु चरैया की,आरती कृष्ण कन्हैया की।। कृष्ण तुम कंसासुर मारयो,श्याम तुम भूमिभार टारयो,कालिया नाग नथैया की,आरती कृष्ण कन्हैया की।। कृष्ण तुम अर्जुन के प्यारे,श्याम हो … Read more

आरती लेकर खड़ा हुआ दरबार तेरे भोले बाबा | aarti lekar khada hua darbar tere bhole baba lyrics

आरती लेकर खड़ा हुआ,दरबार तेरे भोले बाबा,मुझ गरीब की आरती,स्वीकारो भोले बाबा।। धन होता तो धन लेकर,दरबार आपके आता,स्वर होता तो प्रेम सहित,गुणगान आपके गाता,सेवा करने से हर प्रकार,लाचार भोले बाबा,मुझ गरीब की आरती,स्वीकारो भोले बाबा।। नहीं मागता धन और दौलत,ना कोई भी माया,आ जाऔ इस मन मन्दिर में,हीन भाव से आया,मन मंदिर में दर्शन … Read more

आरती मंगलकारी की पवनसुत अति बलधारी की लिरिक्स | aarti mangalkari ki pawansut ati baldhari ki lyrics

आरती मंगलकारी की,पवनसुत अति बलधारी की।। तर्ज – आरती कुञ्ज बिहारी की। गले में तुलसी की माला,बजावें मृदंग करताला,ह्रदय में दशरथ के लाला,भाल पे तिलक,अनोखी झलक,कथा की ललक,मधुर छवि जनहितकारी की,पवनसुत अति बलधारी की,आरतीं मंगलकारी की,पवनसुत अति बलधारी की।। जगत के जितने दुर्लभ काज,कृपा से सबहिं देते नवाज,नाम से भागत भूत पिशाच,राम के दूत,अंजनी के … Read more

ॐ जय गुरुदेव हरे गुरू टेकचंद जी आरती | om jay gurudev hare guru tekchand aarti lyrics

ॐ जय गुरुदेव हरे, ॐ जय गुरुदेव हरें, दीनजनों के संकट, तुम गुरु दूर करें।। पुण्य पयोनिधि पावन, आलरी की धरती, हर्ष विभोर धरा ने, गोदी निज भर दी।। लता पुष्प लहराये, सरस समय आया, सुमन गंध अंजलि भर, श्रद्धानत लाया।। एक अलौकिक क्षण था, बिखरी नव आभा, गुरु के चरण परत ही, दुख विषाद … Read more

आरती कीजे श्याम सुन्दर की आरती लिरिक्स | aarti kije shyam sundar ki lyrics

आरती कीजे श्याम सुन्दर की,मदनमोहन श्री राधा बर की,आरती कीजे श्याम सुंदर की।। कनक सिंहासन राजत जोरि,विनती करत सुरजन कर जोरि,प्रनतपाल श्री गिरिवरधर की,प्रनतपाल श्री गिरिवरधर की,आरती कीजे श्याम सुंदर की।। चरणन बिच गंग बस आहि,जिनको नाम लेत तर जाहि,मृदुल मधुर श्री राधा बर की,मृदुल मधुर श्री राधा बर की,आरती कीजे श्याम सुंदर की।। प्राण … Read more

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी हिंदी लिरिक्स | bhaye pragat kripala deen dayala lyrics in hindi

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,कौशल्या हितकारी,हरषित महतारी मुनि मन हारी,अद्भुत रूप बिचारी।।ये भी देखें – अवध में राम आए है। लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा,निज आयुध भुजचारी,भूषन बनमाला नयन बिसाला,शोभा सिंधु खरारी।। कर दुइ कर जोरी अस्तुति तोरी,केहि बिधि करूं अनंता,माया गुन ग्यानातीत अमाना,वेद पुरान भनंता।। करुणा सुख सागर सब गुन आगर,जेहि गावहिं श्रुति संता,सो मम हित … Read more

ॐ जय श्री जीण मईया जीण माता आरती लिरिक्स | om jai shree jeen maiya aarti lyrics

ॐ जय श्री जीण मईया, बोलो जय श्री जीण मईया, सच्चे मन से सुमिरे, सब दुःख दूर भया, ओम जय श्री जीण मईया।। ऊंचे पर्वत मंदिर, शोभा अति भारी, देखत रूप मनोहर, असुरन भयकारी, ओम जय श्री जीण मईया।। महा सिंगार सुहावन, ऊपर छत्र फिरे, सिंह की सवारी सोहे, कर में खड़ग धरे, ओम जय … Read more

अधरं मधुरं वदनं मधुरं मधुराष्टकम् भजन लिरिक्स | adharam madhuram lyrics in hindi

अधरं मधुरं वदनं मधुरं,नयनं मधुरं हसितं मधुरं,हृदयं मधुरं गमनं मधुरं,मधुराधिपतेरखिलं मधुरं।। ये भी देखें – अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरम। वचनं मधुरं चरितं मधुरं,वसनं मधुरं वलितं मधुरं,चलितं मधुरं भ्रमितं मधुरं,मधुराधिपतेरखिलं मधुरं।। वेणुर्मधुरो रेणुर्मधुरः,पाणिर्मधुरः पादौ मधुरौ,नृत्यं मधुरं सख्यं मधुरं,मधुराधिपतेरखिलं मधुरं।। गीतं मधुरं पीतं मधुरं,भुक्तं मधुरं सुप्तं मधुरं,रूपं मधुरं तिलकं मधुरं,मधुराधिपतेरखिलं मधुरं।। करणं मधुरं तरणं मधुरं,हरणं मधुरं स्मरणं … Read more

शिव चालीसा हिंदी लिरिक्स | shiv chalisa lyrics in hindi

शिव चालीसा हिंदी लिरिक्स, – दोहा – जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान।। – चौपाई – जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला।। भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के।। अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए।। वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को … Read more