राधिका प्रेम भक्ति रस आली भजन लिरिक्स | radhika prem bhakti ras aali lyrics
राधिका प्रेम भक्ति रस आली, दोहा – उस भूमि को कौन बखान सके,जिस भूमि पे खेली है भानु दुलारी,ऋषि योगी तपस्वी और सिद्ध,नहीं जान सके सो गए मतिहारी। शेष महेश दिनेश गणेश,सब त्याग के मान गए बलिहारी,जहाँ रास रचावत देखे सदा,अलबेली लली और टेढ़े बिहारी। अलबेली सरकार है जिसकी,हर एक बात निराली,राधिका प्रेम भक्ति रस … Read more