ये संयम सुमेरू का भार है जैन भजन लिरिक्स | ye sanyam sumeru ka bhar hai lyrics
जरा सोच लो समझ लो भैया,ये संयम सुमेरू का भार है,यूँ कठिन व्रतों का पालना,बच्चो का नही खिलवाड़ है।। तर्ज – जरा सामने तो आओ। कोस हजारों पैदल चलना,हाथों से लोचन करना,लेने को निर्दोष आहार ग्रहण,ग्रहण को घर घर फिरना,साधू बनने में कष्ट अपार है,कहो आत्मा तुम्हारी तैयार है,यूँ कठिन व्रतों का पालना,बच्चो का नही … Read more