हनुमत डटे रहो आसन पर जब तक कथा राम की होय | hanumat date raho aasan par lyrics
हनुमत डटे रहो आसन पर, जब तक कथा राम की होय।। माथे इनके मुकुट विराजे, कानन कुंडल सोहे, एक काँधे पर राम विराजे, दूजे लक्ष्मण होय, हनुमत डटे रहों आसन पर, जब तक भजन राम का होय।। एक काँधे पर गदा सोहे, दूजे पर्वत होय, लड्डुअन का तेरो भोग लगत है, हाथ पसारे लोग, हनुमत … Read more