ॐ जय गुरुदेव हरे गुरू टेकचंद जी आरती | om jay gurudev hare guru tekchand aarti lyrics
ॐ जय गुरुदेव हरे, ॐ जय गुरुदेव हरें, दीनजनों के संकट, तुम गुरु दूर करें।। पुण्य पयोनिधि पावन, आलरी की धरती, हर्ष विभोर धरा ने, गोदी निज भर दी।। लता पुष्प लहराये, सरस समय आया, सुमन गंध अंजलि भर, श्रद्धानत लाया।। एक अलौकिक क्षण था, बिखरी नव आभा, गुरु के चरण परत ही, दुख विषाद … Read more