ॐ जय गुरुदेव हरे गुरू टेकचंद जी आरती | om jay gurudev hare guru tekchand aarti lyrics

ॐ जय गुरुदेव हरे, ॐ जय गुरुदेव हरें, दीनजनों के संकट, तुम गुरु दूर करें।। पुण्य पयोनिधि पावन, आलरी की धरती, हर्ष विभोर धरा ने, गोदी निज भर दी।। लता पुष्प लहराये, सरस समय आया, सुमन गंध अंजलि भर, श्रद्धानत लाया।। एक अलौकिक क्षण था, बिखरी नव आभा, गुरु के चरण परत ही, दुख विषाद … Read more

आरती मंगलकारी की पवनसुत अति बलधारी की लिरिक्स | aarti mangalkari ki pawansut ati baldhari ki lyrics

आरती मंगलकारी की,पवनसुत अति बलधारी की।। तर्ज – आरती कुञ्ज बिहारी की। गले में तुलसी की माला,बजावें मृदंग करताला,ह्रदय में दशरथ के लाला,भाल पे तिलक,अनोखी झलक,कथा की ललक,मधुर छवि जनहितकारी की,पवनसुत अति बलधारी की,आरतीं मंगलकारी की,पवनसुत अति बलधारी की।। जगत के जितने दुर्लभ काज,कृपा से सबहिं देते नवाज,नाम से भागत भूत पिशाच,राम के दूत,अंजनी के … Read more

आरती लेकर खड़ा हुआ दरबार तेरे भोले बाबा | aarti lekar khada hua darbar tere bhole baba lyrics

आरती लेकर खड़ा हुआ,दरबार तेरे भोले बाबा,मुझ गरीब की आरती,स्वीकारो भोले बाबा।। धन होता तो धन लेकर,दरबार आपके आता,स्वर होता तो प्रेम सहित,गुणगान आपके गाता,सेवा करने से हर प्रकार,लाचार भोले बाबा,मुझ गरीब की आरती,स्वीकारो भोले बाबा।। नहीं मागता धन और दौलत,ना कोई भी माया,आ जाऔ इस मन मन्दिर में,हीन भाव से आया,मन मंदिर में दर्शन … Read more

मैं तो आरती उतारूँ रे श्री राधा रसिक बिहारी की लिरिक्स | main to aarti utaru re shri radha rasik bihari ki lyrics

मैं तो आरती उतारूँ रे,श्री राधा रसिक बिहारी की,मेरे प्यारे निकुंज बिहारी की,प्यारे प्यारे श्री बाँके बिहारी की,मैं तो आरती उतारूं रे,श्री राधा रसिक बिहारी की।। मोर पखा अलके घूंघराली,बार बार जाऊँ बलिहारी,कुंडल की छवि न्यारी की,प्यारे प्यारे श्री बाँके बिहारी की,मैं तो आरती उतारूं रे,श्री राधा रसिक बिहारी की।। साँवरिया की साँवरी सूरत,मन मोहन … Read more

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की आरती लिरिक्स | main to aarti utaru re santoshi mata ki lyrics

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की,मैं तो आरती उतारूँ रे,संतोषी माता की,जय जय संतोषी माता,जय जय माँ,जय जय संतोषी माता,जय जय माँ।। बड़ी ममता है बड़ा प्यार,माँ की आँखों में,बड़ी करुणा माया दुलार,माँ की आँखों में,क्यूँ ना देखूँ मैं बारम्बार,माँ की आँखों में,दिखे हर घड़ी नया चमत्कार,माँ की आँखों में,नृत्य करूँ झूम झूम,छम … Read more

मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती आरती लिरिक्स | man tera mandir ankhen diya bati lyrics in hindi

मन तेरा मंदिर आँखे दिया बाती, होंठो की हैं थालियां बोल फूल पाती, रोम रोम जिव्हा तेरा नाम पुकारती, आरती ओ मैया आरती, ज्योतावालिये माँ तेरी आरती।। हे महालक्ष माँ गौरी, तुम अपनी आप है जौहरी, तेरी कीमत तू ही जाने, तू बुरा भला पहचाने, यह कहती दिन और राते, तेरी लिखी ना जाए बाते, … Read more

आरती श्री साईं गुरुवर की परमानंद सदा सुरवर की लिरिक्स | aarti shri sai guruvar ki lyrics

आरती श्री साईं गुरुवर की,परमानंद सदा सुरवर की।। जाकी कृपा विपुल सुखकारी,दु:ख शोक संकट भयहारी,शिरडी में अवतार रचाया,चमत्कार से जग हर्षाया,आरती श्रीं साईं गुरुवर की,परमानंद सदा सुरवर की।। कितने भक्त शरण में आये,सब सुख शांति चिरंतन पाये,भाव धरे जो मन में जैसा,पावत अनुभव वो ही वैसा,आरती श्रीं साईं गुरुवर की,परमानंद सदा सुरवर की।। गुरु की … Read more

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र | siddha kunjika stotram lyrics

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र, ।शिव उवाच। शृणु देवि प्रवक्ष्यामि, कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्। येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत॥१॥ न कवचं नार्गलास्तोत्रं कीलकं न रहस्यकम्। न सूक्तं नापि ध्यानं च न न्यासो न च वार्चनम्॥२॥ कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत्। अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम्॥३॥ गोपनीयं प्रयत्‍‌नेन स्वयोनिरिव पार्वति। मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्। पाठमात्रेण संसिद्ध्येत् कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम्॥४॥ ॥अथ मन्त्रः॥ ॐ ऐं ह्रीं क्लीं … Read more

श्री शनि चालीसा हिंदी लिरिक्स | shani chalisa lyrics in hindi

श्री शनि चालीसा हिंदी लिरिक्स, – दोहा – जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल, दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल।। जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज, करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु जन की लाज।। जयति जयति शनिदेव दयाला, करत सदा भक्तन प्रतिपाला।। चारि भुजा, तनु श्याम विराजै, माथे रतन … Read more

आशुतोष शशाँक शेखर शिव स्तुति लिरिक्स | ashutosh shashank shekhar lyrics

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू, कोटि नमन दिगम्बरा।। निर्विकार ओमकार अविनाशी, तुम्ही देवाधि देव, जगत सर्जक प्रलय करता, शिवम सत्यम सुंदरा।। निरंकार स्वरूप कालेश्वर, महा योगीश्वरा, दयानिधि दानिश्वरा जय, जटाधर अभयंकरा।। शूल पाणी त्रिशूल धारी, औगड़ी बाघम्बरी, जय महेश त्रिलोचनाय, विश्वनाथ विशम्भरा।। नाथ नागेश्वर हरो हर, पाप शाप अभिशाप तम, … Read more