आरती उतारूं देवा गणपति थारी | aarti utaru deva ganpati thari lyrics
आरती उतारूं देवा, गणपति थारी, बाधा तो हर लीजो, सारी हमारी।। आरती उतारूं मै तो, होके अति आरती, मुखड़ा पे दई दीजो, रति रे तिहारी !!१!! गंगाधर से पिता तिहारे, शैलसुता महतारी, पत्नी दोनो चँवर डुलावे, मूसा की सवारी !!२!! रणथ भवर में वास तिहारो, भीड़ हटावे भारी, बुध का दिन थारी पूजा होवे, लाडू … Read more