ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं लिंगाष्टकम स्त्रोतम लिरिक्स | shiv lingashtakam stotram lyrics

ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं, ब्रह्ममुरारि सुरार्चित लिंगं,निर्मलभासित शोभित लिंगम्,जन्मज दुःख विनाशक लिंगं,तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम्।।१।। देवमुनि प्रवरार्चित लिंगं,कामदहन करुणाकर लिंगम्,रावण दर्प विनाशन लिंगं,तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम्।।२।। सर्व सुगंध सुलेपित लिंगं,बुद्धि विवर्धन कारण लिंगम्,सिद्ध सुरासुर वंदित लिंगं,तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम्।।३।। कनक महामणि भूषित लिंगं,फणिपति वेष्टित शोभित लिंगम्,दक्षसुयज्ञ विनाशन लिंगं,तत्प्रणमामि सदाशिव लिंगम्।।४।। कुंकुम चंदन लेपित लिंगं,पंकज हार सुशोभित लिंगम्,संचित पाप विनाशन … Read more

दादा गुरुदेव की आरती श्री राजेंद्रसुरिवश्वरी जी | dada gurudev aarti lyrics

दादा गुरुदेव की आरती, ओम जय जय गुरुदेवा, दादा जी जय गुरुदेवा, आरती मंगल मेवा, आनंद सुख लेवा, ओम जय जय गुरुदेवा।। एक व्रत दोय व्रत तीन चार व्रत, पंच व्रत सोहे, भविक जीव निस्तारण, सुर नर मन मोहे, ओम जय जय गुरुदेवा।। दुःख दोहण सब हर कर, सद्गुरु राजन प्रतिबोधे, सूत लक्ष्मी वर देकर, … Read more

ॐ जय गंगे माता श्री जय गंगे माता आरती लिरिक्स | om jai gange mata aarti lyrics

ॐ जय गंगे माता,श्री जय गंगे माता,जो नर तुमको ध्याता,मन वांछित फल पाता,ॐ जय गँगे माता।। चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी,जल निर्मल आता,शरण पड़े जो तेरी,सो नर तर जाता,ॐ जय गँगे माता।। पुत्र सगर के तारे,सब जग को ज्ञाता,किरपा दृष्टि तुम्हारी,त्रिभुवन सुखदाता,ॐ जय गँगे माता।। एक ही बार जो तेरी,शरणागति आता,यम की त्रास मिटाकर,परम गति पाता,ॐ … Read more

ओम जय जय जय गिरिराज आरती लिरिक्स | om jai jai jai giriraj aarti lyrics

ओम जय जय जय गिरिराज,स्वामी जय जय गिरिराज,संकट में तुम राखो,संकट में तुम राखो,निज भक्तन की लाज,ॐ जय जय जय गिरिराज।। इंद्रादिक सब सुर मिल,तुम्हरो ध्यान धरे,ऋषि मुनि जन यश गावे,ते भवसिंधु तरे,ॐ जय जय जय गिरिराज।। सुन्दर रूप तुम्हारो,श्याम शिला सोहे,वन उपवन लखि लखिके,भक्तन मन मोहे,ॐ जय जय जय गिरिराज।। मध्य मानसी गंगा,कलि के … Read more

ॐ जय शिव जय महाकाल आरती लिरिक्स | om jai shiv jai mahakal aarti lyrics

ॐ जय शिव जय महाकाल,स्वामी जय शम्भू महाकाल,ज्योतिर्लिंग स्वरूपा,ज्योतिर्लिंग स्वरूपा,तुम कालो के काल,ओम जय शिव जय महाकाल।। तर्ज – ॐ जय शिव ओमकारा। बारह ज्योतिर्लिंग में,महिमा बड़ो है नाम,क्षिप्रा तट उज्जैन में,महाकाल को धाम,ओम जय शिव जय महाकाल।। तुम भीमेश्वर देवा,तुम काशी विश्वनाथ,गोमती तट त्रयंभकेश्वर,दारूकवन नागनाथ,ओम जय शिव जय महाकाल।। हाथ जोड़ तेरे द्वारे,काल खड़ा … Read more

सिया रघुवर जी की आरती शुभ आरती कीजे लिरिक्स | siya raghuvar ji ki aarti lyrics

सिया रघुवर जी की आरती,शुभ आरती कीजे।। शीश मुकुट काने कुण्डल सोहे ,राम लखन सिया जानकी,शुभ आरती कीजे।। मोर मुकुट माथे पर सोहे,राधा सहित घनश्याम की,शुभ आरती कीजे।। अक्षत चन्दन घी की बाती,उमा सहित महादेव की,शुभ आरती कीजे।। मम दुःख हरणी मंगल करणी,आरती लक्ष्मी गणेश की,शुभ आरती कीजे।। अलख निरंजन असुर निकंदन,अंजनी लला हनुमान की,शुभ … Read more

ॐ जय तुलसी माता आरती हिंदी लिरिक्स | om jai tulsi mata aarti lyrics

ॐ जय तुलसी माता,मैया जय तुलसी माता,सब जग की सुख दाता,तुम ही वर दाता,ओम जय तुलसी माता।। सब योगों के ऊपर,सब रोगों के ऊपर,रुज से रक्षा करती,तुम ही भव त्राता,ओम जय तुलसी माता।। बटु पुत्री हे श्यामा,सुर बल्ली हे ग्राम्या,विष्णु प्रिये जो सेवे,सो नर तर जाता,ओम जय तुलसी माता।। हरि के शीश विराजत,त्रिभुवन हो वन्दित,पतित … Read more

नमस्कार देवी जयंती महारानी अर्गला स्त्रोतम लिरिक्स | namaskar devi jayanti maharani argala stotram lyrics

नमस्कार देवी जयंती महारानी,श्री मंगला काली दुर्गा भवानी,कपालनी और भद्रकाली क्षमा माँ,शिवा धात्री श्री स्वाहा रमा माँ,नमस्कार चामुंडे जाग तारिणी को,नमस्कार मधु केटभ संघारिणी को,नमस्कार ब्रह्मा को वर देने वाली,ओ भक्तो के संकट को हर लेने वाली।। तू संसार में भक्तो को यश दिलाए,तू दुष्टो के पंजे से सब को बचाए,तेरे चरण पूजूँ तेरा नाम … Read more

आरती सुन्दरकाण्ड की कीजे आरती लिरिक्स | aarti sunderkand ki kije lyrics

आरती सुन्दरकाण्ड की कीजे,श्री पंचम सौपान की कीजे,आरती सुंदरकाण्ड की कीजे।। सरल श्लोक दोहा चौपाई,गावत सुनत लगत सुखदाई,निश्चय अरु विश्वास से कीजे,आरती सुंदरकाण्ड की कीजे।। सुरसा सिंगीका लंकिनी तारी,मिलत सिया सो लंका जारी,श्री मानस के सार की कीजे,आरती सुंदरकाण्ड की कीजे।। चूड़ामणि ले पार ही आए,सीता के सुधि प्रभु ही सुनाए,ऐसे विद्यावान की कीजे,आरती सुंदरकाण्ड … Read more

आरती उतार लो सीता रघुवर जी की लिरिक्स | aarti utar lo sita raghuvar ji ki lyrics

आरती उतार लो, सीता रघुवर जी की, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के संग, पवन तनय जी की, आरती उतार लों, सीता रघुवर जी की।। राज सिंहासन पर बैठे है, साथ में सीता मैया, हनुमान सेवा में विराजे, संग है सारे भैया, देख छवि मन मोहित होता, लीलाधर जी की आरती उतार लों, सीता रघुवर जी की।। … Read more