वृन्दावन जाउंगी सखी वृन्दावन जाउंगी लिरिक्स | vrindavan jaungi sakhi lyrics

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वृन्दावन जाउंगी सखी,
वृन्दावन जाउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
वृन्दावन जाउंगी,
मुरली बाजे यमुना तीर,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

देखे – मुकुट सिरमौर का।

छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,
श्याम की याद में,
छोड़ मैंने भोजन पानी,
श्याम की याद में,
मेरे नैनन बरसे नीर,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

श्याम सलोनी सूरत पे,
दीवानी हो गई,
श्याम सलोनी सूरत पे,
दीवानी हो गई,
मैं कैसे धारू धीर सखी,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

इस दुनिया के रिश्ते नाते,
सब ही तोड़ दिए,
इस दुनिया के रिश्ते नाते,
सब ही तोड़ दिए,
तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

नैन लड़े मेरे गिरधारी से,
बावरी हो गई,
नैन लड़े मेरे गिरधारी से,
बावरी हो गई,
दुनिया से हो गई अंजानी,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

वृन्दावन जाउंगी सखी,
वृन्दावन जाउंगी,
मेरे उठे विरह की पीर सखी,
वृन्दावन जाउंगी,
मुरली बाजे यमुना तीर,
सखी वृन्दावन जाउंगी।।

Singer – Devi Neha Saraswat}]

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