तेरा राम जी करेंगे बेड़ा पार,
उदासी मन काहे को करे।
दोहा – राम नाम सोही जानिए,
जो रमता सकल जहान,
घट-घट में जो रम रहा,
उसको राम पहचान।
तेरा राम जी करेंगे बेड़ा पार,
उदासी मन काहे को करे,
काहे को डरे रे, काहे को डरे,
काहे को डरे रे, काहे को डरे,
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे।।
नैया तेरी राम हवाले,
लहर लहर हरि आप संभाले,
नैया तेरी राम हवाले,
लहर लहर हरि आप संभाले,
हरि आप ही उठावें तेरा भार,
उदासी मन काहे को करे,
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे।।
काबू में मझधार उसी के,
हाथों में पतवार उसी के,
तेरी हार भी नहीं है तेरी हार,
उदासी मन काहे को करे,
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे।।
सहज किनारा मिल जाएगा,
परम सहारा मिल जाएगा,
डोरी सौप के तो देख एक बार,
उदासी मन काहे को करे,
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे।।
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे,
काहे को डरे रे, काहे को डरे,
काहे को डरे रे, काहे को डरे,
तेरा राम जी करेंगे बेडा पार,
उदासी मन काहे को करे।।
स्वर – श्री हरिओम जी शरण।
प्रेषक – कैलाश ढैंड़ियाल
9869305925