दादा गुरुदेव की आरती श्री राजेंद्रसुरिवश्वरी जी | dada gurudev aarti lyrics

दादा गुरुदेव की आरती, ओम जय जय गुरुदेवा, दादा जी जय गुरुदेवा, आरती मंगल मेवा, आनंद सुख लेवा, ओम जय जय गुरुदेवा।। एक व्रत दोय व्रत तीन चार व्रत, पंच व्रत सोहे, भविक जीव निस्तारण, सुर नर मन मोहे, ओम जय जय गुरुदेवा।। दुःख दोहण सब हर कर, सद्गुरु राजन प्रतिबोधे, सूत लक्ष्मी वर देकर, … Read more

सिया रघुवर जी की आरती शुभ आरती कीजे लिरिक्स | siya raghuvar ji ki aarti lyrics

सिया रघुवर जी की आरती,शुभ आरती कीजे।। शीश मुकुट काने कुण्डल सोहे ,राम लखन सिया जानकी,शुभ आरती कीजे।। मोर मुकुट माथे पर सोहे,राधा सहित घनश्याम की,शुभ आरती कीजे।। अक्षत चन्दन घी की बाती,उमा सहित महादेव की,शुभ आरती कीजे।। मम दुःख हरणी मंगल करणी,आरती लक्ष्मी गणेश की,शुभ आरती कीजे।। अलख निरंजन असुर निकंदन,अंजनी लला हनुमान की,शुभ … Read more

आरती युगलकिशोर की कीजे तन मन भी न्योछावर कीजे | aarti yugal kishore ki kije tan man bhi nyochavar kije lyrics

आरती युगलकिशोर की कीजे,तन मन भी न्योछावर कीजे।। गौरश्याम मुख निरखन लीजे,हरि का रूप नयन भरि पीजे,तन मन भी न्योछावर कीजे।। रवि शशि कोटि बदन की शोभा,ताहि निरख मेरो मन लोभा,तन मन भी न्योछावर कीजे।। ओढ़े नील पीत पट सारी,कुंज बिहारी गिरिवर धारी,तन मन भी न्योछावर कीजे।। फूलन सेज फूलन की माला,रत्न सिंहासन बैठे नंदलाला,तन … Read more

ॐ जय गंगे माता श्री जय गंगे माता आरती लिरिक्स | om jai gange mata aarti lyrics

ॐ जय गंगे माता,श्री जय गंगे माता,जो नर तुमको ध्याता,मन वांछित फल पाता,ॐ जय गँगे माता।। चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी,जल निर्मल आता,शरण पड़े जो तेरी,सो नर तर जाता,ॐ जय गँगे माता।। पुत्र सगर के तारे,सब जग को ज्ञाता,किरपा दृष्टि तुम्हारी,त्रिभुवन सुखदाता,ॐ जय गँगे माता।। एक ही बार जो तेरी,शरणागति आता,यम की त्रास मिटाकर,परम गति पाता,ॐ … Read more

आरती उतार लो सीता रघुवर जी की लिरिक्स | aarti utar lo sita raghuvar ji ki lyrics

आरती उतार लो, सीता रघुवर जी की, लक्ष्मण भरत शत्रुघ्न के संग, पवन तनय जी की, आरती उतार लों, सीता रघुवर जी की।। राज सिंहासन पर बैठे है, साथ में सीता मैया, हनुमान सेवा में विराजे, संग है सारे भैया, देख छवि मन मोहित होता, लीलाधर जी की आरती उतार लों, सीता रघुवर जी की।। … Read more

श्री कोटड़ी श्याम चारभुजा चालीसा लिरिक्स | shri kotadi shyam charbhuja chalisa lyrics

श्री कोटड़ी श्याम चारभुजा चालीसा लिरिक्स, दोहा – छैल छबीले श्याम की,शोभा बड़ी अनूप,रूप राशी वे गुण सदन,बने कोटड़ी भूप।धन्य धन्य यह कोटड़ी,जहाँ विराजे श्याम,श्री चारभुजा दर्शन करो,निरखो छवि अभिराम। चार भुजा नयनानंद दायक,निर्बल के हैं सदा सहायक।।श्री मस्तक पर कलंगी धारे,छोगाला जी छैल हमारे।।अच्युत चरण सदा अभिनंदित,सकल सृष्टी से हो तुम बंदित।।आनंद कंद सच्चिदा … Read more

शिव पंचाक्षर स्तोत्र नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय लिरिक्स | shiv panchakshar stotra lyrics

शिव पंचाक्षर स्तोत्र, नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय, भस्माङ्गरागाय महेश्वराय, नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय, तस्मै नकाराय नम: शिवाय।। मन्दाकिनीसलिलचन्दनचर्चिताय, नन्दीश्वरप्रमथनाथमहेश्वराय, मन्दारपुष्पबहुपुष्पसुपूजिताय, तस्मै मकाराय नम: शिवाय।। शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द, सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय, श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय, तस्मै शिकाराय नम: शिवाय।। वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य, मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय, चन्द्रार्कवैश्वानरलोचनाय, तस्मै वकाराय नम: शिवाय।। यक्षस्वरूपाय जटाधराय, पिनाकहस्ताय सनातनाय, दिव्याय देवाय दिगम्बराय, तस्मै यकाराय नम: शिवाय।। पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं य: पठेच्छिवसन्निधौ, शिवलोकमवाप्नोति शिवेन … Read more

जय डमरूधर नयन विशाला काल भैरव चालीसा लिरिक्स | bhairav chalisa lyrics in hindi

जय डमरूधर नयन विशाला, दोहा – श्री भैरव संकट हरन, मंगल करन कृपालु, करहु दया निज दास पे, निशि दिन दीनदयालु।। जय डमरूधर नयन विशाला, श्याम वर्ण वपु महा कराला।। जय त्रिशूलधर जय डमरूधर, काशी कोतवाला संकटहर।। जय गिरिजासुत परमकृपाला, संकटहरण हरहु भ्रमजाला।। जयति बटुक भैरव भयहारी, जयति काल भैरव बलधारी।। अष्टरूप तुम्हरे सब गायें, … Read more

मात श्री राणीसती जी मेरी कष्ट कर दूर भक्त के री लिरिक्स | maat shri rani sati ji meri aarti lyrics

मात श्री राणीसती जी मेरी,कष्ट कर दूर भक्त के री।। पाय मैं पडूँ मात थारे,क्षमा कर चूक भयी म्हारे,अनेको विघन आप टारे,काज निज भक्तन के सारे,दोऊ कर जोड़े मैं खड़ा,जननी थारे द्वार,ओ मैया जननी थारे द्वार,दुखित दीन माँ जान के मुझको,जरा दो पलक उघाड़,कृपा कर बिलखत भयी देरी,कष्ट कर दूर भक्त के री।मात श्री रानीसती … Read more

श्री श्याम चालीसा हिंदी लिरिक्स खाटूश्याम चालीसा | khatu shyam chalisa hindi lyrics

श्री श्याम चालीसा, दोहा – श्री गुरु चरण ध्यान धर,सुमीर सच्चिदानंद,श्याम चालीसा बणत है,रच चौपाई छंद। श्याम श्याम भजि बारंबारा,सहज ही हो भवसागर पारा।इन सम देव न दूजा कोई,दिन दयालु न दाता होई।। भीम सुपुत्र अहिलावाती जाया,कही भीम का पौत्र कहाया।यह सब कथा कही कल्पांतर,तनिक न मानो इसमें अंतर।। बर्बरीक विष्णु अवतारा,भक्तन हेतु मनुज तन … Read more