नंद जी के आँगन में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
चमत्कार सा हुआ है लोगो,
हो गाई बात निराली,
और रात रात मे नंद बाबा की,
दाढी हो गई काली।
नंद जी के आंगण में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
ना जाने किस ऋषी मुनी ने,
धागा आन लपेटा,
नंद भवन अनहोनी हो गई,
बेटी हो गया बेटा।
नंद जी के आंगण में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
साठ साल के बुढें देखो,
हो गये आज जवान,
नाचे कुदे धूम मचाये,
गाये मिठी तान।
नंद जी के आंगण में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
मात यशोदा सब गोपीन को,
नये नये वस्त्र लुटावे,
गोप ग्वाल सब हिलमिल करके,
वाको नाच नचावे।
नंद जी के आंगण में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
जुग जुग जीवे लाल तुम्हारो,
यह आशिष हमारी,
ऐसे देहि सब ही मिल,
कामे ब्रज बनवारी।
नंद जी के आंगण में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
नंद जी के आँगन में,
बज रही आज बधाई,
यशोदा के आंगण में,
बज रही आज बधाई।।
Singer – Shri Krishna Chandra Thakurji
– भजन प्रेषक –
Dnyaneshwar maharaj ghule
Ph. 7020366849}]