माता तेरे चरणों में,
स्थान जो मिल जाये,
यह जीवन धन्य बने,
वरदान जो मिल जाए।।
तर्ज – राधे तेरे चरणों की।
सुनते है कृपा तेरी,
दिन रात बरसती है,
श्रद्धालू ही पाते है,
दुनियां तो तरसती है,
एक बूंद मुझे दो माँ,
किस्मत ही बदल जाए,
माता तेरे चरणो मे,
स्थान जो मिल जाये।।
ये मन बड़ा चंचल है,
पूजन में नहीं लगता,
यह इतना भोला है,
संसार इसे ठगता,
समझायें इसे जितना,
उतना ही मचल जाये,
माता तेरे चरणो मे,
स्थान जो मिल जाये।।
माँ के चरणो में तू,
नित ध्यान लगाया कर,
पाना है मोक्ष अगर,
उसमें खो जाया कर,
मन में वह प्यार जगा,
माँ में ही समा जाये,
माता तेरे चरणो मे,
स्थान जो मिल जाये।।
देवत्व के फूलों से,
माता झोली भर दो,
सब दोष हटा दो माँ,
बस निर्मल मन कर दो,
जीवन भी सुगंधित हो,
दुर्गंध निकल जाये,
माता तेरे चरणो मे,
स्थान जो मिल जाये।।
माता तेरे चरणों में,
स्थान जो मिल जाये,
यह जीवन धन्य बने,
वरदान जो मिल जाए।।
प्रेषक – कमल बैस।
9719038090