हे स्वामिनी मम अभिलाष यही श्री राधा भजन लिरिक्स | hey swamini mam abhilash yahi lyrics
हे स्वामिनी मम अभिलाष यही,प्रिय नाम तुम्हारा उचारा करूँ,बिठला के तुम्हे मन मंदिर में,तेरी सेवा का सुख पाया करूँ,हे स्वामिनी मम अभिलाष यहीं,प्रिय नाम तुम्हारा उचारा करूँ।bd। तर्ज – हे मुरलीधर छलिया मोहन। ब्रज के जिस पथ पर हे श्यामा,प्रीतम के संग विचरती हो,ब्रज के जिस पथ पर हे श्यामा,प्रीतम के संग विचरती हो,उस पावन … Read more