ब्रज गलियों में झूम झुम के मन की तपन बुझाओ | braj galiyon me jhoom jhoom ke lyrics
ब्रज गलियों में झूम झुम के,मन की तपन बुझाओ,राधे राधे गाओ,राधे राधे गाओ,मन श्यामा श्यामा गाओ।। तर्ज – ऐसी मस्ती कहाँ मिलेगी। कभी कन्हैया यमुना किनारे,गाय चराते मिलेंगे,जितनी तमन्ना दिल में भरी है,एक एक उन से कहेंगे,मन के मन मंदिर में प्यारे,बांके बिहारी बिठाओ,राधे राधे गाओ,राधे राधे गाओ,मन श्यामा श्यामा गाओ।। मोर पपिहा कोयल मैना,यही राग … Read more