तुलसी सुमर संसार सार दे आचार्य श्री तुलसी भजन | tulsi sumar sansar saar de lyrics

तुलसी सुमर संसार सार दे,तीनों वर्णों से ये,तीन लोक तार दे।। तर्ज – पलकों का घर तैयार सांवरे। नयी कलाएं लेकर उतरे,वसुंधरा पर तुलसी,धरती नभ तक खूब पसारी,बांटी घर घर तुलसी,तेरा पुरुषार्थ सिद्धि का भंडार दे,तुलसी सुमर संसार सार दें।। तेरा दिव्य दीदार सामने,उभर उभर कर आता,तेजस्वी आँखों से छलका,प्रेम सरस सरसाता,तेरी मोहक छवि सुख … Read more

पर्व आया पर्युषण के जैनियों का पर्व सुहाना भजन लिरिक्स | parv aaya paryushan bhajan lyrics

हो.. आया रे..पर्व आया पर्युषण,के जैनियों का पर्व सुहाना,महिमा बड़ी है महान,के पर्व है ये सदियों पुराना।ये है पर्वा धिराज,पर्वो का सिरताज,जैनियों की शान,जिसपे सबको है नाजसब.. के.. दिल… में उमंग,पलके बिछाकर के,सजाये देखो घर और अंगना,महिमा बड़ी है महान,के जैनियों का पर्व सुहाना।। तर्ज – ओ माहि रे। मंदिर ये सज गये जिनवर के,उपाश्रय … Read more

हे शंखेश्वर पारस नाथ रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ लिरिक्स | hey shankheshwar parasnath bhajan lyrics

है मेरी यही प्रार्थना,करता रहूं आराधना,हे शंखेश्वर पारस नाथ,रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ,हर जन्म मुझे देना साथ।। है वीतरागी करुणाकर,मांगु बस मैं इतना वर,करो कृपा की अब बरसात,रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ,हर जन्म मुझे देना साथ।। सुबह शाम तेरा ध्यान धरु,दीन दुखी की सेवा करू,यही अरज है दीनानाथ,रखदो प्रभु मेरे सिर पर हाथ,हर … Read more

दादा गुरुवर सारे जहाँ में निराला है जैन भजन लिरिक्स | dada guruvar saare jahan me nirala hai lyrics

दादा गुरुवर सारे जहाँ में निराला है,कोई और नही मोहनखेड़ा वाला है।। तर्ज – दिल दीवाना बिन सजना के। मालवा का तीर्थ है न्यारा,मोहनखेड़ा हमारा,जहाँ बिराजे राजेन्द्र सूरीश्वर,माँ केशर का प्यारा,बरसे है गुरु नयनो से,अमीरस धारा है,कोई और नही मोहनखेड़ा वाला है।। गुरु सातम पर भक्तो का यहाँ,लगता है मेला भारी,दूर दूर से दर्शन करने,आते … Read more

दादा बेगो बेगो आजा रे हे भरतपुर का राजा रे जैन भजन | dada bego bego aaja re hey bharatpur ka raja re lyrics

तेरा ध्यान हम तो धरे,गुरुवर दिल से याद करे,म्हाने दर्श दिखा जा रे,दादा बेगो बेगो आजा रे,हे भरतपुर का राजा रे,दादा बेगो बेगो आजा रें।। तर्ज – म्हारा खाटु का राजा रे। थारे दर्शन री लागी म्हाने प्यास,गुरुवर भक्ता ने बस थारी आस,आकर नेंणा में समाजा रे,दादा बेगो बेगो आजा रें,हे भरतपुर का राजा रे,दादा … Read more

हे मोहनखेड़ा महाराजा श्री राजेंद्र सूरी गुरुराजा लिरिक्स | hey mohankheda maharaja bhajan lyrics

हे मोहनखेड़ा महाराजा,श्री राजेंद्र सूरी गुरुराजा,गुरु भक्तो में छाई है खुशियां,बाजे नोबत द्वारे बाजा,हो. आई सातम की ये रात,गुरुवर आएँगे,भक्तो की सुनके पुकार,वो रुक ना पाएंगे,हैं मोहनखेड़ा महाराजा।। तर्ज- तेरी आंख्या को यो काजल। स्वागत में हम बैठे,राहो में पलके बिछाए,माता केशर के नंदन,आओ भक्त ये तुम्हे बुलाए,सुनलो ये अर्ज हमारी,बस एक कमी है तुम्हारी,गुरुदेव … Read more

गुरुवर का हुआ उपकार बहुत अज्ञान तिमिर हरने के लिए लिरिक्स | guruvar ka hua upkar bahut jain bhajan lyrics

गुरुवर का हुआ उपकार बहुत,अज्ञान तिमिर हरने के लिए,मेरे मन को बनाया है गागर,प्रभु ज्ञान सुधा भरने के लिए,गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।। तन को अपना था मान रहा,पर द्रव्यों में सुख था जान रहा,पांचो पापों में लिप्त रहा,साश्वत सुख से अनजान रहा,मिथ्यात्व का मेरे नाश किया,सम्यक्त्व प्रकट करने के लिए,गुरुवर का हुआ ऊपकार बहुत।। … Read more

गुरु सप्तमी आई चलो भरतपुर है जाना भजन लिरिक्स | guru saptami hai aayi chalo bharatpur hai jana lyrics

गुरु सप्तमी आई,चलो भरतपुर है जाना,राजेन्द्र सुरिस्वर के,दर्शन है पाना।। तर्ज – तेरे जैसा यार कहाँ। ये भरतपुर नगरी,लगे स्वर्ग से भी प्यारी,ये जन्म भूमि गुरुवर की,लगती है जग से न्यारी,माता पिता के संग में,गुरु मंदिर जहाँ बना,राजेन्द्र सुरिस्वर के,दर्शन है पाना।गुरु सप्तमी आयी,चलो भरतपुर है जाना,राजेन्द्र सुरिस्वर के,दर्शन है पाना।। इस घरती के कण … Read more

म्हारो भेरू यो मनड़े भाय गयो नाकोड़ा भेरुजी भजन लिरिक्स | mharo bheru yo mande bhay gayo nakoda bheru bhajan lyrics

म्हारो भेरू यो मनड़े भाय गयो,दिलडा में ज्योत जगाय गयो,ओ तो डम डम डमरू बजावेभक्तो रा दुखड़ा मिटावे,हे नाकोड़ा रा नाथ,शरण म्हे थारो लियो,शरणे आयोडा भक्ता ने,थे दर्श दियो,म्हारो भेरू यो मनडे भाय गयो,दिलडा में ज्योत जगाय गयो।। तर्ज – मरुधर में ज्योत जगाय गयो। प्रभु पार्श्व रो सेवक प्यारो,भैरव देव है जग सु न्यारो-2,श्रद्धा … Read more

क्षमा भाव हम जैनियों की निशानी भजन लिरिक्स | ksham bhav hum jainiyo ki nishani lyrics

क्षमा भाव हम जैनियों की निशानी,जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।। तर्ज – राम भक्त ले चला रे। पर्व पर्युषण जो है आते,दस धर्मो का सार बताते,अंत में मनाएं हम पर्व क्षमावाणी,क्षमा भाव हम जैनियो की निशानी,जीवों के प्रति क्षमा भाव धरें प्राणी।। क्षमा भाव जीवन में जो पाले,करुणा का दीपक मन में जलाले,धन्य … Read more