माँ तेरे दरश का प्यासा हूँ तु दर्शन दे इक पल के लिये | maa tere darash ka pyasa hu
माँ तेरे दरश का प्यासा हूँ,तु दर्शन दे इक पल के लिये॥ तर्ज़-आवारा हवा का झोंका हूँ माँ तेरे दरश का प्यासा हूँ,तु दर्शन दे इक पल के लिये,आया हूँ तेरे दर पे माँ,सब छोड़ के जीवन भर के लिये॥॥ माँ ओ मेरी अम्बे माँ,माँ ओ मेरी अम्बे माँ ॥ दौलत ना मिले शोहरत ना … Read more