रे मन शिव का सुमिरण कर लख्खा जी भजन लिरिक्स | re man shiv ka sumiran kar lyrics
रे मन शिव का सुमिरण कर,शिव से आदि शिव से अंत है,शिव ही अजर अमर,रे मन शिव का सुमिरण कर।। सत्य सजीव सनातन सुन्दर,शिव ही सकल सुजान,शिव ही नाद अबाद अगोचर,शिव ही ताले सवर,रे मन शिव का सुमिरण कर,रे मन शिव का सुमिरण कर।। शिव ही दृश्य नैन है शिव ही,शिव महेश नटराज,शिव पाताल मध्य … Read more