शिव नाम जपने की रात आई भजन लिरिक्स | shiv naam japne ki raat aayi lyrics
शिव नाम जपने की रात आई,रात आई रे शिव रात आई,शिवरात्रि आई।। तर्ज – आधा है चन्द्रमा रात आधी। कौन गंगा को सर पे उठाता,कौन धरती को पावन बनाता,गंगा की तीव्रता, कौन रोके भला,देवताओ को तब,शिव की याद आई,शिव नाम जपने की रात आईं,रात आई रे शिव रात आई,शिवरात्रि आई।। भोले बाबा के गुणगान गालो,अपना … Read more