श्री गणेश चालीसा लिरिक्स | ganesh chalisa lyrics in hindi

श्री गणेश चालीसा लिरिक्स, दोहा – जय गणपति सदगुणसदन,कविवर बदन कृपाल,विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजा लाल।। जय जय जय गणपति गणराजू,मंगल भरण करण शुभ काजू।।जय गजबदन सदन सुखदाता,विश्व विनायक बुद्धि विधाता।। वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावन,तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन।।राजत मणि मुक्तन उर माला,स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला।। पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं,मोदक भोग सुगन्धित फूलं।।सुन्दर … Read more

माता अम्बे मेरी माँ जगदम्बे मेरी आरती लिरिक्स | mata ambe meri maa jagdambe meri aarti lyrics

माता अम्बे मेरी,माँ जगदम्बे मेरी,आरती उतारे आज,हम सब तेरी।। देखे – ॐ जय अम्बे गौरी। पान सुपारी ध्वजा नारियल,तेरी भेंट चढ़ाये,मैया तेरी भेंट चढ़ाये,लाल चोला तेरे अंग विराजे,केसर तिलक लगाए,माता अम्बें मेरी,माँ जगदम्बे मेरी,आरती उतारे आज,हम सब तेरी।। ब्रम्हा वेद पड़े तेरे द्वारे,शंकर ध्यान लगावे,मैया शंकर ध्यान लगावे,ब्रम्हाणी रुद्राणी तेरी,महिमा हम सब गावे,माता अम्बें मेरी,माँ … Read more

श्री यमुनाजी के 41 पद हिंदी में लिखित | yamunaji ke 41 pad lyrics in hindi

श्री यमुनाजी के 41 पद, पद संख्या 1 पिय संग रंग भरि करि कलोले,सबन को सुख देन,पिय संग करत सेन,चित्त में तब परत चेन जबही बोले।अतिहि विख्यात,सब बात इनके हाथ,नाम लेत ही कृपा करी अतोले,दरस करी परस करी ध्यान हिय में धरे,सदा ब्रजनाथ इन संग में डोले। अतिही सुख करन दुख सबन के हरन,यही लीनो … Read more

नित्य पठनीय गीताजी के पाँच श्लोक | geeta ji ke nitya pathaniya 5 shlok

नित्य पठनीय गीताजी के पाँच श्लोक, वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्, देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्। १. अजोऽपि सन्नव्ययात्मा भूतानामीश्वरोऽपि सन्, प्रकृतिं स्वामधिष्ठाय सम्भवाम्यात्ममायया।। २. यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।। ३. परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।। ४. जन्म कर्म च मे दिव्यमेवं यो वेत्ति तत्त्वत: त्यक्त्वा देहं पुनर्जन्म नैति मामेति … Read more

जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी शनिदेव आरती लिरिक्स | shanidev aarti hindi lyrics

जय जय श्री शनिदेव, भक्तन हितकारी, सूरज के पुत्र प्रभु, छाया महतारी, जय जय श्रीं शनिदेव।। श्याम अंग वक्र दृष्टि, चतुर्भुजा धारी, नीलाम्बर धार नाथ, गज की असवारी, जय जय श्रीं शनिदेव।। क्रीट मुकुट शीश रजित, दिपत है लिलारी, मुक्तन की माल गले, शोभित बलिहारी, जय जय श्रीं शनिदेव।। मोदक मिष्ठान पान, चढ़त है सुपारी, … Read more

उतारे ओ मैया तेरी आरती लिरिक्स | utare o maiya teri aarti lyrics

मन में बिठाकर तेरी मूर्ति,उतारे ओ मैया तेरी आरती,सजाई है पूजा की थाली तेरी,लिए सच्ची श्रद्धा है मन में मेरी,मन में बिठाकर तेरी मूर्ति,उतारे ओ मईया तेरी आरती।bd। तर्ज – मन में बसाकर तेरी मूर्ति।देखे – माता अम्बे मेरी माँ जगदम्बे मेरी। रक्षा करो कष्ट हरो विनती सुनो माँ,ममता भरी प्यार की नज़र में रखो … Read more

सुखी बसे संसार सब दुखिया रहे ना कोय लिरिक्स | sukhi base sansar sab lyrics

सुखी बसे संसार सब,दुखिया रहे ना कोय,यह अभिलाषा हम सब की,भगवन पूरी होय,विद्या बुद्धि तेज बल,सबके भीतर होय,दूध पूत धन धान्य से,वंचित रहे न कोय।। आपके भक्ति प्रेम से,मन होवे भरपूर,राग द्वेष से चित्त मेरा,कोसो भागे दूर,मिले भरोसा आपका,हमें सदा जगदीश,आशा तेरे नाम की,बनी रहे मम ईश।। पाप से हमें बचाइये,करके दया दयाल,अपना भक्त बनाय … Read more

जय भगवती देवी नमो वरदे श्रीभगवतीस्तोत्रम लिरिक्स | jai bhagwati devi namo var de lyrics

जय भगवती देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। देखे – नमस्कार देवी जयंती महारानी। जय शुम्भनिशुम्भकपालधरे, प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे, जय पावकभूषितवक्त्रवरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय भैरवदेहनिलीनपरे, जय अन्धकदैत्यविशोषकरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय महिषविमर्दिनि शूलकरे, … Read more

बाला हम सब उतारे तेरी आरती लिरिक्स | bala hum sab utare teri aarti lyrics

तेरी जय हो हनुमान निराले,बालाजी घाटे वाले,तेरे ही गुण गाएं भारती,बाला हम सब उतारे तेरी आरती,बाला हम सब उतारें तेरी आरती।। तर्ज – अम्बे तू है जगदम्बे काली। तेरे भक्त जनों पे बाला,विपदा पड़ी है भारी,अंजनीपुत्र पवनसुत प्यारे,संकट हरो हमारे,सबके संकट मिटाने वाले,बालाजी घाटे वाले,दुनिया ये तुमको पुकारती,बाला हम सब उतारें तेरी आरती।। महावीर हनुमत … Read more

जय जय त्रिभुवन वन्दिनी प्रातः स्मरणीय देवी स्तुति | jay jay tribhuvan vandini lyrics

जय जय त्रिभुवन वन्दिनी,गिरिनन्दिनि हे गिरिनन्दिनि हे,असुर निकन्दिनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। त्रिगुण शक्ति निज धारणि,शुभकारिणि हे शुभकारिणि हे,भक्त उधारन मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। मधु कैटभ संहारिणी,सुरतारिणी हे सुरतारिणि हे,महिष विदारनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। धूम्रविलोचन मोचिनि,त्रयलोचनि हे त्रयलोचनि हे,दुख विमोचनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। चण्ड मुण्ड भट मर्दिनि,सुविलासिनि हे सुविलासिनि,हे मन्द हसनि सुर मातु,जय … Read more