प्रियाकांतजू की आरती उतारो हे अली लिरिक्स | priyakant ju ki aarti utaro he ali lyrics in hindi
प्रियाकांतजू की आरती उतारो हे अली,सोहे यशोदा को लाल किरत भानु की लली,प्रियाकांतजू की आरती उतारो हे अली।। भावे जलज कुसुम चित आकर्षक छवि,लाजे कोटि मनोज कटे कौंधनी सजी,पित पटुका सुहावे मुक्त हीरक मिली,प्रियाकांत जू की आरती उतारो हे अली।। गोपी ग्वाल धेनु मोर भृंग खग पिक सुखी,धिक्ति दिव्यमान दांत भव्य सूरज मुखी,मोहन महिमा ललाम … Read more