बाबा जी थारी मोरछड़ी लहराए खाटूश्यामजी आरती लिरिक्स | baba ji thari morchadi lahraye lyrics

आरती हो रही है,बाबा जी थारी,मोरछड़ी लहराए।। कौन उतारे बाबा तोरी रे आरती,कुन थारे चँवर ढुलाई,बाबा कुन चँवर ढुलाई,आरती हो रही है,बाबा जी तोरी,मोरछड़ी लहराए।। सेवक उतारे बाबा तोरी रे आरती,प्रेमी चवँर ढुलाय,बाबा के प्रेमी चवँर ढुलाय,आरती हो रही है,बाबा जी तोरी,मोरछड़ी लहराए।। काहे के पाटे बाबा जी बिराजे,काहे के छत्र चढाए,शीश पर काहे के … Read more

श्री यमुनाजी के 41 पद हिंदी में लिखित | yamunaji ke 41 pad lyrics in hindi

श्री यमुनाजी के 41 पद, पद संख्या 1 पिय संग रंग भरि करि कलोले,सबन को सुख देन,पिय संग करत सेन,चित्त में तब परत चेन जबही बोले।अतिहि विख्यात,सब बात इनके हाथ,नाम लेत ही कृपा करी अतोले,दरस करी परस करी ध्यान हिय में धरे,सदा ब्रजनाथ इन संग में डोले। अतिही सुख करन दुख सबन के हरन,यही लीनो … Read more

नित्य पठनीय गीताजी के पाँच श्लोक | geeta ji ke nitya pathaniya 5 shlok

नित्य पठनीय गीताजी के पाँच श्लोक, वसुदेवसुतं देवं कंसचाणूरमर्दनम्, देवकीपरमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्। १. अजोऽपि सन्नव्ययात्मा भूतानामीश्वरोऽपि सन्, प्रकृतिं स्वामधिष्ठाय सम्भवाम्यात्ममायया।। २. यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत, अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।। ३. परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम्, धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे।। ४. जन्म कर्म च मे दिव्यमेवं यो वेत्ति तत्त्वत: त्यक्त्वा देहं पुनर्जन्म नैति मामेति … Read more

जय भगवती देवी नमो वरदे श्रीभगवतीस्तोत्रम लिरिक्स | jai bhagwati devi namo var de lyrics

जय भगवती देवी नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। देखे – नमस्कार देवी जयंती महारानी। जय शुम्भनिशुम्भकपालधरे, प्रणमामि तु देवि नरार्तिहरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय चन्द्रदिवाकरनेत्रधरे, जय पावकभूषितवक्त्रवरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय भैरवदेहनिलीनपरे, जय अन्धकदैत्यविशोषकरे, जय भगवति देवि नमो वरदे, जय पापविनाशिनि बहुफलदे।। जय महिषविमर्दिनि शूलकरे, … Read more

जानकी स्तुति हिंदी लिरिक्स | janki stuti lyrics in hindi

जानकी स्तुति,जानकी स्तुति लिरिक्स, भई प्रगट कुमारी भूमि विदारी,जनहितकारि भयहारी,अतुलित छबि भारी मुनि मनहारी,जनकदुलारी सुकुमारी।। सुन्दर सिंघासन तेहीं पर आसन,कोटि हुताशन धुतिकारी,सिर छत्र बिराजै सखि संग भ्राजे,निज निज कारज करधारी।। सुर सिद्ध सुजाना हनै निशाना,चढ़े बिमान समुदाई,बरषहिं बहुफूला मंगल मूला,अनुकूला सिय गन गाई।। देखहिं सब ठाढ़े लोचन गाढ़े,सुख बाढ़े उर अधिकाई,अस्तुति मुनि करहिं आनंद भरहीं,पायन्ह … Read more

सुखी बसे संसार सब दुखिया रहे ना कोय लिरिक्स | sukhi base sansar sab lyrics

सुखी बसे संसार सब,दुखिया रहे ना कोय,यह अभिलाषा हम सब की,भगवन पूरी होय,विद्या बुद्धि तेज बल,सबके भीतर होय,दूध पूत धन धान्य से,वंचित रहे न कोय।। आपके भक्ति प्रेम से,मन होवे भरपूर,राग द्वेष से चित्त मेरा,कोसो भागे दूर,मिले भरोसा आपका,हमें सदा जगदीश,आशा तेरे नाम की,बनी रहे मम ईश।। पाप से हमें बचाइये,करके दया दयाल,अपना भक्त बनाय … Read more

हो रही तेरी आरती मिनावाड़ा की दशा माँ लिरिक्स | ho rahi teri aarti minavada ki dasha maa lyrics

हो रही तेरी आरती,मिनावाड़ा की दशा माँ।। है जग जननी माँ कल्याणी,करे आरती भक्त तुम्हारी,द्वार तुम्हारे उतारे आरती,मिलकर के नर और नारी,नर और नारी,हो रहीं तेरी आरती,मिनावाड़ा की दशा माँ।। ढोल नगाड़ा शंख बजे है,गूंज रही शहनाई,रुमझुम रुमझुम होबे आरती,जग मग जग ज्योत जगाई,माँ ज्योत जगाई,हो रहीं तेरी आरती,मिनावाड़ा की दशा माँ।। शीश मुकुट गल … Read more

आरती लखदातार की खाटू श्याम आरती लिरिक्स | aarti lakhdatar ki lyrics

भोर भई दिन, चढ़ गयो म्हारा बाबा, हो रही जय जयकार, मंदिर मा, आरती लखदातार की, आरती लखदातार कीं।। तर्ज – भोर भई दिन। ज्योत जगावां थारै, भोग लगावां, रुचि रुचि करा मनुहार, मंदिर मा, आरतीं लखदातार की, आरतीं लखदातार की।। केसरियो बागो सोहवे, छत्तर विराजे, गले में नौलख हार, मंदिर मा, आरतीं लखदातार की, … Read more

श्री गणेश चालीसा लिरिक्स | ganesh chalisa lyrics in hindi

श्री गणेश चालीसा लिरिक्स, दोहा – जय गणपति सदगुणसदन,कविवर बदन कृपाल,विघ्न हरण मंगल करण,जय जय गिरिजा लाल।। जय जय जय गणपति गणराजू,मंगल भरण करण शुभ काजू।।जय गजबदन सदन सुखदाता,विश्व विनायक बुद्धि विधाता।। वक्र तुण्ड शुची शुण्ड सुहावन,तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन।।राजत मणि मुक्तन उर माला,स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला।। पुस्तक पाणि कुठार त्रिशूलं,मोदक भोग सुगन्धित फूलं।।सुन्दर … Read more

जय जय त्रिभुवन वन्दिनी प्रातः स्मरणीय देवी स्तुति | jay jay tribhuvan vandini lyrics

जय जय त्रिभुवन वन्दिनी,गिरिनन्दिनि हे गिरिनन्दिनि हे,असुर निकन्दिनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। त्रिगुण शक्ति निज धारणि,शुभकारिणि हे शुभकारिणि हे,भक्त उधारन मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। मधु कैटभ संहारिणी,सुरतारिणी हे सुरतारिणि हे,महिष विदारनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। धूम्रविलोचन मोचिनि,त्रयलोचनि हे त्रयलोचनि हे,दुख विमोचनि मातु,जय जय शम्भु प्रिये।। चण्ड मुण्ड भट मर्दिनि,सुविलासिनि हे सुविलासिनि,हे मन्द हसनि सुर मातु,जय … Read more