करता हूँ मै वंदना,
नत सिर बारम्बार,
तुझे देव परमात्मन,
मंगल शिव शुभ काज,
अंजलि पर मस्तक किए,
विनय भक्ति के साथ,
नमस्कार मेरा तुझे,
होवे जग के नाथ।।
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।
दोनों कर को जोड़कर,
मस्तक घुटने टेक,
तुझको हो प्रणाम मम,
शत शत कोटि अनेक,
पाप हरण मंगल करण,
चरण शरण को ध्यान,
द्वार करूँ परणाम मै,
तुझको शक्ति निधान।।
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।
भक्ति भाव शुभ भावना,
मन में भर भरपूर,
श्रद्धा से तुझको नमो,
मेरे राम हुजूर,
ज्योतिर्मय जगदीश है,
तेजोमय अपार,
परम पुरुष पावन परम,
तुझको हो नमस्कार।।
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।
ज्योतिर्मय जगदीश है,
तेजोमय अपार,
परम पुरुष पावन परम,
तुझको हो नमस्कार,
सत्य ज्ञान आनंद के,
परम धाम श्री राम,
पुलकित हो मेरा तुझे,
होवे बहु परणाम।।
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।
करता हूँ मै वंदना,
नत सिर बारम्बार,
तुझे देव परमात्मन,
मंगल शिव शुभ काज,
अंजलि पर मस्तक किए,
विनय भक्ति के साथ,
नमस्कार मेरा तुझे,
होवे जग के नाथ।।
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय,
ॐ नमः शिवाय,ॐ नमः शिवाय।
स्वर – श्री विजय प्रकाश वैष्णव