मेहंदीपुर में मच रही धूम,
दोहा – मेहंदीपुर सजा है,
सालासर सज गया है,
आ जाओ खुशियां मनाए,
बजरंगबली का,
जन्ममहोत्सव आ गया है।
मेहंदीपुर में मच रही धूम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
सालासर में मच रही धूम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो।bd।
तर्ज – होली खेल रहे नन्दलाल।
चैत्र की पूर्णिमा जब जब आवे,
थारो मोहनदास हर्षावे,
गगन धरती ने लेवे चुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो।bd।
माता अंजनी के घर जाया,
बाबा पवन पुत्र कहलाया,
सारी दुनिया में है धूम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो।bd।
कोई शंख नगाड़ा बजावे,
कोई झूमे नाचे गावे,
कोई खूब मचावे धूम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो।bd।
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
सालासर में मच रही धूम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
आयो जन्ममहोत्सव थारो,
मेहंदीपुर में मच रही धुम,
आयो जन्ममहोत्सव थारो।bd।
Singer – Kanhiya Mittal