कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है भजन लिरिक्स | kanhaiya tumhe ik nazar dekhna hai hindi lyrics

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कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।।

अगर तुम हो दीनो के आहो के आशिक,
तो आहो का अपना असर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है,
कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है।।

उबारा था जिस हाथ ने गिद्ध गज को,
उसी हाथ का अब असर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है,
कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है।।

विधुर भीलनी के जो घर तुमने देखे,
तो हमको तुम्हारा भी घर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है,
कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है।।

टपकते है द्रग बिंदु तुमसे ये कहकर,
तुम्हे अपनी उल्फत मे तर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है,
कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है।।

कन्हैया तुम्हे एक नजर देखना है,
जिधर तुम छुपे हो उधर देखना है।।}]

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