नैन से नैन अब तो मिलाओ,
कब तलक हमसे बचते रहोगे,
हम चुरा लेंगे दिल को तुम्हारे,
हम चुरा लेंगे दिल को तुम्हारे,
कब तलक पीछे हटते रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
तर्ज – ये तो प्रेम की बात है।
काले नैनो के जादू से तुमने,
जाने कितनो का सुख चैन लुटा,
आज बारी तुम्हारी है कबतक,
बंद पलकों को करके रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
एक दफा देखो नैना मिलाकर,
नैनो में रख लेंगे यूँ छुपाकर,
भक्तों से मिलने के वास्ते भी,
सांवरे तुम तरसते रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
माना लाखों तुम्हारे है आशिक,
हम सा आशिक ना पर देखा होगा,
तुम भी जिद पे तो हम भी है जिद पर,
आज बोलो क्या करके रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
तेरे मंदिर अब सामने ही,
आज ‘शर्मा’ ने डेरा लगाया,
पट कभी तो खुलेंगे क्या यूँ ही,
श्याम अन्दर ही सजते रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
नैन से नैन अब तो मिलाओ,
कब तलक हमसे बचते रहोगे,
हम चुरा लेंगे दिल को तुम्हारे,
हम चुरा लेंगे दिल को तुम्हारे,
कब तलक पीछे हटते रहोगे,
नैन से नैन अब तो मिलाओं,
कब तलक हमसे बचते रहोगे।।
Singer – Naresh Saini Ji}]