श्याम बिना कौन पढ़े मोरी पाती | shyam bina kaun padhe mori paati lyrics

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श्याम बिना कौन पढ़े मोरी पाती,
श्याम बिना मोरे घर अंधियारो,
श्याम बिना मोरे घर अंधियारो,
दीपक चू गई बाती,
श्याम बिना कौंन,
पढ़े मोरी पाती।bd।

नैनन अंजन नीर बहाई,
कारी भोरी एक बनाई,
नैनन अंजन नीर बहाई,
कारी भोरी एक बनाई,
चिंता चाह लगन सब छूटी,
पाथर भई मोरी छाती,
श्याम बिना कौंन,
पढ़े मोरी पाती।bd।

विष भेजो चाहे प्राण निकारो,
लेकिन मन सो ना जाए कारो,
विष भेजो चाहे प्राण निकारो,
लेकिन मन सो ना जाए कारो,
मीरा के प्रभु गिरधर नागर,
मिल जई है दिन राती
श्याम बिना कौंन,
पढ़े मोरी पाती।bd।

बालापन में नेह लगायो,
पायो उन्हे सबकुछ बिसरायो,
बालापन में नेह लगायो,
पायो उन्हे सबकुछ बिसरायो,
रायो ऐसो विरह की जो सुधि,
होती काहे को दिन राती,
श्याम बिना कौंन,
पढ़े मोरी पाती।bd।

श्याम बिना कौन पढ़े मोरी पाती,
श्याम बिना मोरे घर अंधियारो,
श्याम बिना मोरे घर अंधियारो,
दीपक चू गई बाती,
श्याम बिना कौंन,
पढ़े मोरी पाती।bd।

Singer – Dhiraj Kant

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