बादशाह हो गए देखते देखते,
तेरी रहमत से प्रेमी तेरे सांवरे,
क्या से क्या हो गए देखते देखते,
कल तलक जिनकी कोई भी हस्ती न थी,
बादशाह हो गए देखते देखते।।
तर्ज – हाल क्या है दिलों का।
जिनकी गिनती जहां के फकीरो में थी,
कोई खुशियां ना जिनकी लकीरों में थी,
जो ना सोचा कभी था वही हो गया,
रंक राजा हुए देखते देखते,
कल तलक जिनकी कोई भी हस्ती न थी,
बादशाह हों गए देखते देखते।bd।
आ गया चलके जो खाटू के गांव में,
श्याम रखता उन्हें नज़रो की छांव में,
श्याम किरपा से खुशियो के दीपक जले,
सारे गम सो गए देखते देखते,
कल तलक जिनकी कोई भी हस्ती न थी,
बादशाह हों गए देखते देखते।bd।
खाटू नगरी में चलती है ऐसी हवा,
जिससे गम के मरीज़ों की होती दवा,
भक्त द्वारे पे आया है जो हार के,
श्याम उनके हुए देखते देखते,
कल तलक जिनकी कोई भी हस्ती न थी,
बादशाह हों गए देखते देखते।bd।
तेरी रहमत से प्रेमी तेरे सांवरे,
क्या से क्या हो गए देखते देखते,
कल तलक जिनकी कोई भी हस्ती न थी,
बादशाह हों गए देखते देखते।।