अखियों से बहने दे,
चरणों में धार को।
दोहा – खूब मैं रोया चुपके चुपके,
दर्द छुपाकर सीने में,
पर जबसे तेरे प्यार में रोया,
आया मज़ा मुझे जीने में।
अखियों से बहने दे,
चरणों में धार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।।
तर्ज – अखियां नू रेण दे।
जितना भी चाहा मैंने,
उससे भी ज़्यादा,
औकात मेरी बनाई है बाबा,
कभी कम ना करना मेरे,
किसी अधिकार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।।
बनके रहूँ मैं तेरी,
महफ़िल का हिस्सा,
मशहूर हो जाये,
तेरा मेरा किस्सा,
ओझल ना होने देना,
मेरे इस विचार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।bd।
अब ना शिकायत कोई,
जमाने से हमको,
सदा मुस्कुराता हूँ,
खुशी हो या ग़म हो,
यूँ ही बनाये रखना,
मेरे व्यवहार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।।
दो दिन की ज़िंदगी है,
दो दिन का मेला,
आया अकेला जाएगा अकेला,
साथी बनाया मैंने,
लखदातार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।bd।
अंखियों से बहने दे,
चरणों में धार को,
जिंदगी भर नहीं,
भूलूँ तेरे प्यार को।।
Singer – Sanju Sharma Ji